नया राजस्थान
३० मार्च को राजस्थान दिवस के रूप में मनाया जाता है .इस बार राज्य के सुचना एवं जनसंपर्क विभाग नें प्रदर्शनियों का आयोजन किया .मैनें बांसवाडा और डूंगरपुर की प्रदर्शनियों को देखा. हमारे माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक गह्लोतजी के सरकार के सवा साल की उपलब्धियों को अत्यंत आकर्षक फोटोग्राफ्स द्वारा दर्शाया गया था.इन प्रदर्शनियों में सहकारिता से सम्बंधित उपलब्धियों को भी दिखाना चाहिए था .गत एक वर्ष में सहकारिता में भी कई नए और अच्छे कार्य हुए हें और कुछ विशिष्ट उपलब्धियां भी हासिल की हें. डूंगरपुर और बांसवाडा के PRO मेरे मित्र श्री कमलेश शर्मा और डा.दीपक आचार्य बधाई के पात्र हें जिन्होनें इस प्रदर्शनी में हमारे राजस्थान और वागड़ को अच्छे रूप में दिखाया. में आशा करता हूँ मेरे ये मित्र मेरे विभाग की उपलब्धियों को भी अवश्य दर्शाएँग क्योंकि बिन सहकार नहीं उद्धार.
Wednesday, March 31, 2010
Sunday, March 14, 2010
राजस्थान का सहकार मसाला मेला
सहकार मसाला मेला राजस्थान में सहकारिता की एक पहचान बन चूका है.राजस्थान का सहकारी विभाग प्रतिवर्ष अप्रेल माह में जयपुर में सहकार मेले का आयोजन करता है.यह एक राष्ट्रीय सहकार मेला है. राजस्थान प्रमुख मसाला उत्पादक प्रदेश है.राजस्थान के सहकारी समितियों के रजिस्ट्रार श्री मुकेश शर्मा ने जानकारी दी की इस वर्ष अप्रैल में हो रहा ये मेला themebased होगा .श्री शर्मा हमारे विभाग के मुखिया होने के साथ ही अत्यंत क्रियाशील अधिकारी हैं .
सहकारी मेले को बहुआयामी और बहुउपयोगी बनाते हुए इस बार मसालोंकेसाथही रसोई से सम्बंधित नान स्टिक बर्तन ,वाटर प्युरिफिएर ,एयरटाईट कंटेनर ,आकर्षक क्राकरी तथा अन्य इलेक्ट्रानिक उपकरणों सेभी सजाया जायेगा .जयपुरवासिओं को गेहूं भी सहकार मसाला मेले में उपलब्ध करने की व्यवस्था होगी .इस मेले में केरल स्पाइस बोर्ड के तरल मसाले ,चटनियाँ और मसालों को विशेष आकर्षण बनाया जाएगा .सहकार मसाला मेले का समय ज्यों-ज्यों नजदीक आता जा रहा है त्यों-त्यों लोगों की उत्सुकता अपने चरम पर दिखाई दे रही है. राजस्थान का मसाला मेला अब शुध्धता के लिए भी पहचाना लगा है.
Sunday, March 07, 2010
Birds
भारत में पक्षिओं की बहुत प्रजातियाँ पाई जाती हें .इनमें कुछ पक्षी अत्यंत दुर्लभ हें जिनके संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है .आजकल लोगों में इन पक्षियों के प्रति आकर्षण उत्पन्न हो रहा है .भारत सरकार ने वर्ष 1968 पक्षिओं की एक डाक टिकट श्रंखला जारी की थी .इसके बाद भी कई अवसरों पर पक्षिओं पर डाक टिकट जारी किये गए .पक्षिओं के प्रति लोगों को भी आगे आना होगा तभी इस दुर्लभ जीव का सही रक्षण हो सकेगा .में अपने डाक संग्रह से वर्ष 1968 में जारी डाक टिकटों को प्रस्तुत कर रहा हूँ ............
Saturday, March 06, 2010
Friday, March 05, 2010
Mini Sahakari(Co-operative) Bazar in Rajasthan
आजकल बड़े शहरों में सुपर बाजार और माल का क्रेज निरंतर बढता जा रहा है .ऐसे में भला गाँव कहाँ पीछे रहते .राजस्थान में सहकारी विभाग गावों में ग्राम सेवा सहकारी समितियों के माध्यम से "मिनी सहकारी सुपर बाज़ार " खोलने जा रही है .इन मिनी सहकारी बाजारों में वे सभी आवश्यक वस्तुएं उपलब्ध होंगी जो आम तोर पर शहरों में ही मिल पाती हैं. इन स्टोर्स में गाँव में रोजमर्रा की चीजें भी मिलेंगी .यह राजस्थान में सहकारिता का अभिनव प्रयास हे जिसका श्रेय सहकारिता मंत्री श्री परसादीलाल मीना ,प्रमुख शासन सचिव श्री आर के मीना तथा रजिस्ट्रार श्री मुकेश शर्मा को है .इस वर्ष मार्च 2010 तक पुरे राज्य में 500 स्टोर्स खोलने की योजना है . पुरे राज्य में लगभग सभी जिलों में ग्राम सेवा सहकारी समितियों और लेम्प्स के माध्यम से ये स्टोर्स प्रारंभ हो भी चुके हें .संभवतः राजस्थान पुरे देश में एकमात्र राज्य होगा जहाँ सहकारी क्षेत्र में ग्राम स्तर लोगों को नवीन सुविधाएँ प्रदान कराई जा रही हें .
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